Pranab Mukherjee: 13th President of India
देश के इतिहास में आज एक नया मोड़ आने वाला है. देश को आज उसका 13वां राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के रूप में मिलने वाला है.
Pranab Mukherjee: 13th President of India
प्रणब मुखर्जी ने राजग प्रत्याशी पीए संगमा को करीब चार लाख वोटों से हराकर रायसीना हिल्स का सफर पूरा किया. करीब 70 फीसदी वोट लेकर विजयी रहे प्रणब मुखर्जी. जीत के लिए मुखर्जी को 5,25,140 का आंकड़ा पार करना था. संसद भवन में दिनभर चली मतगणना के बाद प्रणब को 7 लाख 13 हजार से ज्यादा वोट मिले और उन्हें विजयी घोषित कर दिया गया. संगमा 3 लाख 16 हजार वोटों पर सिमट गए.
Presidential election in India
आजाद भारत के इतिहास में अब तक राष्ट्रपति के चुनाव में सिर्फ एक उम्मीदवार नीलम संजीव रेड्डी को निर्विरोध चुना गया है. सन उन्नीस सौ सतहत्तर में नीलम संजीव रेड्डी निर्विरोध निर्वाचित हुए थे, जबकि के आर नारायणन को सर्वाधिक मत मिले थे.
Pranab Mukherjee become first Bengali President
पहले बंगाली राष्ट्रपति बनने का गौरव पाने वाले मुखर्जी के पक्ष में विपक्षी गठबंधन पहले ही खुलकर आ गए थे. कर्नाटक समेत कुछ राज्यों में क्रास वोटिंग ने उनकी जीत का अंतर बढ़ा दिया.
Pranab Mukherjee profile
एक आम आदमी से शिक्षक, वकील, प्रोफेसर, सांसद और फिर देश के वित्त मंत्री बनने तक का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा. प्रणब मुखर्जी वर्तमान यूपीए सरकार में इससे पहले वित्त मंत्री थे. कांग्रेस के लिए प्रणव दा किसी संकटमोचक से कम नहीं रहे हैं. यूपीए सरकार की हर परेशानी में प्रणब दा ने अपनी चतुराई और राजनीतिक समझ का फायदा उठा कर यूपीए की परेशानी को हल किया है.
प्रणब दा को राष्ट्रपति पद के लिए समर्थन देना कांग्रेस की तरफ से प्रणब मुखर्जी को एक बेहतरीन तोहफा ही है. उम्मीद है कि जिस तरह से प्रणब मुखर्जी ने कांग्रेस को हर कठिनाई से उबारा है उसी तरफ वह देश को भी सही राह ले जाएंगे.
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