क्या ऐसा हो सकता है बहुमुखी प्रतिभा के गुणी और भाजपा के कद्दावर नेता नवजोत सिंह सिद्धू अपनी ही पार्टी को अलविदा बोल दें ! उनकी पत्नी नवजोत कौर की बातों से तो यही लग रहा है. खबर है कि पूर्व क्रिकेटर और भाजपा सांसद नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी में अनदेखी से नाराज हैं. उनकी पत्नी नवजौत कौर ने कहा है कि नवजोत सिंह सिद्धू भाजपा छोड़ सकते हैं.
फेसबुक पर कमेंट करते हुए उनकी पत्नी कहती हैं कि नवजोत सिंह सिद्धू के लिए राजनीति में बने रहना मुश्किल हो गया है. उन पर कई तरीके से भ्रष्टाचार को समर्थन करने के लिए दबाव डाले जा रहे हैं.
“सिक्सर” सिद्धू की बोल्ड जिंदगी
नवजोत कौर के फेसबुक में जो बातें पोस्ट की गई हैं वह इस प्रकार हैं:
“आप कैसे एक ईमानदार नेता को टिके रहने दे सकते हैं? जो इंसान भ्रष्टाचार में विश्वास नहीं करता, अपराधियों को समर्थन नहीं देता, कमीशन सिस्टम का हिस्सा नहीं बनता, वह पार्टी के लिए क्या अच्छा कर सकता है? इसलिए आखिरकार आप उसे हाशिये पर धकेलने के लिए एकजुट हो जाते हैं और उसे घुटने टेकने के लिए मजबूर कर देते हैं.
विदित हो कि पिछले दिनों जब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने आगामी चुनाव को देखते हुए अपनी टीम की घोषणा की थी तो उसमें 10 साल से पार्टी को अपनी सेवा दे रहे अमृतसर से भाजपा सांसद नवजोत सिद्धू का कोई स्थान नहीं था. माना जा रहा है कि राजनाथ सिंह की टीम में कोई भी अहम जिम्मेदारी नहीं मिलने से सिद्धू नाराज हैं.
सिद्धू के बिना भाजपा
ऐसे में अगर अपनी नाराजगी के कारण क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी को अलविदा कह देते हैं तो इससे पार्टी को कितना नुकसान होगा. जानकार मानते हैं कि सिद्धू अगर इस तरह के फैसले लेते हैं तो पार्टी को वैसे तो कोई बड़ी हानि नहीं होगी लेकिन पार्टी एक ऐसे स्टार प्रचारक को खो देगी जो राजनीति में अपनी बेबाक राय देने के लिए मशहूर है. वैसे भी पार्टी के अंदर उनकी छवि एक साफ-सुथरी नेता की है.
क्रिकेट की पिच से इतर राजनीति की बिसात पर
क्रिकेट से संन्यास लेने के पश्चात उन्हें भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा का टिकट दिया. उन्होंने राजनीति में खुलकर हाथ आजमाया और भाजपा के टिकट पर 2004 में अमृतसर की लोकसभा सीट से सांसद चुने गए. उन पर एक व्यक्ति की गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाकर मुकद्दमा चला और अदालत ने उन्हें तीन साल की सजा सुनाई जिसके बाद उन्होंने लोकसभा की सदस्यता से तत्काल त्यागपत्र देकर उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की. उच्चतम न्यायालय द्वारा निचली अदालत की सजा पर रोक लगाने के पश्चात उन्होंने दुबारा उसी सीट से चुनाव लड़ा और सीधे मुकाबले में कांग्रेस प्रत्याशी व पंजाब के वित्त मन्त्री सुरिन्दर सिंगला को हराया.
2009 के आम चुनाव में उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ओम प्रकाश सोनी को हराकर अमृतसर की सीट पर तीसरी बार विजय हासिल की. तब से लेकर आज तक वे अमृतसर की लोकसभा सीट से जनता का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. अपने शायराना अंदाज के कारण चर्चा में रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू फिलहाल इंडियन प्रीमियर लीग में क्रिकेट एक्सपर्ट की भूमिका में काम कर रहे हैं.
नवजोत सिंह सिद्धू.
Read Comments