संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के दूसरे कार्यकाल के बारे में ऐसा माना जाता है कि यह सरकार आजादी के बाद से देश की सबसे बड़ी घोटालेबाजों की सरकार है. अगर कोई इस तथ्य को माने ना फिर भी निरंतर अंतराल पर हो रहे घोटाले से हम सोचने पर मजबूर हो जाते हैं कि इस सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में अब तक के कई सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं.
Read: रेपो रेट में कटौती से कर्ज का बोझ होगा कम
अभी कोयला घोटाले का मामला थमा नहीं कि यूपीए सरकार के सामने एक और घोटाले और घूसखोरी ने सरकार की मुश्किलों को बढ़ा दिया है. इस बार रेलवे मंत्रालय का नंबर है. खबर है कि रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय कुमार सिंगला पर रेलवे बोर्ड के एक सदस्य से 90 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है. इस सनसनीखेज मामले में सीबीआई ने विजय कुमार सिंगला को गिरफ्तार कर लिया है.
क्या है मामला?
मामला रेलवे बोर्ड मेंबर और 1975 बैच के इंडियन रेलवे सर्विस के अफसर महेश कुमार के प्रमोशन से जुड़ा है. बताया जा रहा है कि महेश कुमार को हाल में ही रेलवे में मेंबर (स्टाफ) के तौर पर प्रमोशन मिला था और वो मेंबर (इलेक्ट्रिकल) का लुभावना पद पाने की कोशिश में लगे थे. इसके पीछे की वजह थी कि इस विभाग में रेलवे जल्द ही कई सौ करोड़ का टेंडर निकालने वाला था जिसका फायदा महेश कुमार को कहीं न कहीं होता.
महेश कुमार ने जीएम पश्चिम रेलवे रहते हुए अपने प्रमोशन के लिए रेल मंत्री के भांजे को 2 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी. आरोपों के मुताबिक इस रकम की पहली किस्त 90 लाख रुपये के तौर पर सिंगला को दे भी दी गई. इस मामले में सीबीआई ने महेश कुमार को भी मुंबई से गिरफ्तार कर लिया. इसके अलावा घूसकांड में शामिल दो और लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल सीबीआई की पड़ताल जारी है और इस मामले में सीबीआई जल्द कुछ और खुलासे कर सकती है.
Read: शेर-ए-मैसूर का नाम सुन फिरंगी होते थे अचेत
कौन हैं विजय सिंगला
घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार हुए विजय सिंगला रेल मंत्री पवन कुमार बंसल की बहन के बेटे हैं. 40 साल के विजय सिंगला पेशे से एक बिजनेसमैन हैं. वे चंडीगढ़ में एक्रोपॉलिस के नाम से बन रहे कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के मालिक हैं. सांसद पवन बंसल भी चंडीगढ़ से सांसद हैं. विजय सिंगला ने हाल ही में आवासीय योजना के लिए डेरा बासी में 100 एकड़ जमीन खरीदी है. उनका चंडीगढ़ के सेक्टर 28 में चार कैनाल में फैला महलनुमा आलीशान घर है. सिंगला को बंसल का बेहद विश्वसनीय व्यक्ति माना जाता है. वह बंसल के हर तरह के कामकाज को देखते हैं.
भांजे विजय कुमार सिंगला का नाम आने के बाद रेल मंत्री इस मामले में पूरी तरह से घिर चुके हैं. बताया यह जा रहा है कि बिना रेल मंत्री की मंजूरी या हस्ताक्षर के यह डील पूरी नहीं की जा सकती थी. फिलहाल विपक्षी पार्टियां इस घपले के जरिए सरकार को पूरी तरह से घेरने के लिए तैयार हैं जबकि सत्ता पक्ष कांग्रेस पार्टी, जिसके पास रेल मंत्रालय 17 सालों बाद आया था, इस मामले में बचती फिर रही है.
Read:
Read Comments