संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन यानि यूपीए-2 की सरकार को अब तक की सबसे बुरी सरकार माना जाता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसने अपने कार्यकाल में काम को कम और भ्रष्टाचार, घोटाले और घूसखोरी को ज्यादा महत्व दिया है. अपने इस कार्यकाल में यूपीए सरकार जितनी बदनाम हुई है आजादी के बाद कोई भी सरकार इतनी बदनाम नहीं हुई.
यह राष्ट्रीय दल नहीं ‘गुटबाजी दल’ है
अब सवाल उठता है कि क्या बात है कि यूपीए-2 की इतनी किरकिरी हुई, तो अधिकतर लोगों का जवाब यही होगा कि इस बार संवैधानिक संस्था नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) काफी सक्रिय रही जिसकी वजह से तमाम घोटाले सामने आए. जानकारों की मानें तो इस भ्रष्टाचार को उजागर करने में अगर किसी खास व्यक्ति का हाथ है तो वह पूर्व सीएजी विनोद राय हैं.
अब विनोद राय की जगह शशिकांत शर्मा (Shashikant Sharma Cag) भारत के नए नियंत्रक और महालेखा परीक्षक यानी सीएजी बन गए हैं. गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में शशिकांत शर्मा को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) पद की शपथ दिलाई थी. सवाल यह उठता है कि क्या शशिकांत शर्मा भी उसी निष्पक्षता के साथ काम करेंगे जैसे विनोद राय ने काम किया है. विपक्ष का आरोप है कि शशिकांत शर्मा को विनोद राय से जो कुछ विरासत में मिला उसमें ऑगस्टा वैस्टलैंड हेलिकॉप्टर सौदे की ऑडिट रिपोर्ट भी शामिल है. तो क्या शर्मा इस रिपोर्ट को खुद ऑडिट करेंगे? क्या यह उचित होगा? आपको बता दें साल 1976 बैच के बिहार कैडर के आईएएस शर्मा इस पद पर तैनाती से ठीक पहले रक्षा सचिव थे. वैसे आरोप पूर्व सीएजी विनोद राय पर भी लगे हैं कि उन्होंने यूपीए सरकार को बदनाम करने के लिए अतिश्योक्तिपूर्ण, भारी-भरकम और काल्पनिक आंकड़े जनता के बीच रखकर उन्हें भ्रमित किया.
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कौन हैं शशिकांत शर्मा (Shashikant Sharma Cag) ?
25 सितंबर, 1952 को जन्मे शशिकांत शर्मा (Shashikant Sharma Cag) ने बीएससी से स्नातक की डिग्री हासिल की. इसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री हासिल की. साल 1976 बैच के बिहार कैडर के आईएएस शर्मा ने साल 2003 में रक्षा मंत्रालय में काम किया. इसके बाद 2011 में वित्त मंत्रालय भी पहुंचे.
क्या करता है कैग (What is Cag)
सरकारी खजाने से जो पैसा खर्च हो रहा है क्या सही जगह जा रहा है, जिसको लाभ मिलना चाहिए उसे वो लाभ मिल रहा या नहीं इसकी बारीकी से जांच कैग करता है और इसकी रिपोर्ट भी तैयार करता है. कैग की रिपोर्ट के बारे में यह माना जाता है कि कैग तकनीकी और आर्थिक पैरामीटर के आधार पर रिपोर्ट तैयार करता है.
शशिकांत शर्मा .
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