अपने बयानों से विवादों में रहने वाले भाजपा के राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए निष्कासित कर दिया गया है. भारतीय जनता पार्टी के संसदीय बोर्ड ने मंगलवार दोपहर फैसला लेते हुए जेठमलानी को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर कर दिया. मालूम हो कि पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाजी के चलते कानून के ज्ञाता जेठमलानी को पिछले साल नवंबर में भाजपा से निलंबित किया गया था.
जंग में भिड़ेंगे फिक्सिंग के शेर !!
89 साल के राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) हमेशा से ही चर्चा में रहे हैं. पिछले साल नवंबर में उन्होंने भगवान राम को लेकर विवादित बयान दिया था. जेठमलानी ने कहा था कि “राम एक बुरे पति थे. मैं उन्हें बिलकुल पसंद नहीं करता. मछुआरों के कहने पर कैसे वो सीता को वनवास भेज सकते हैं.” राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) के इस विवादित बयान पर हंगामा मच गया था. धर्मगुरुओं से लेकर हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने उनसे माफी मांगने को कहा था.
व्यवस्था का मारा मुसद्दी लाल त्रिपाठी
राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) के एक अन्य बयान की वजह से भाजपा की काफी किरकिरी हुई थी. उन्होंने भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी से इस्तीफे की मांग को लेकर मोर्चा खोला था. जेठमलानी ने गडकरी को सलाह दी थी कि वो पार्टी के हित में और स्वच्छ जांच होने तक पार्टी के अध्यक्ष पद को छोड़ दें. इसके अलावा जेठमलानी ने पिछले साल सीबीआई निदेशक के रूप में रंजीत सिन्हा की नियुक्ति के सरकार के फैसले को सही ठहराया था, जिसके बाद भाजपा के सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई थी.
बार-बार पार्टी रुख से इतर बयान देकर भाजपा को मुसीबत में डालने वाले राम जेठमलानी (Ram Jethmalani) को विरोधी बयानबाजी के आधार पर पार्टी ने आखिरकार बाहर का रास्ता दिखा ही दिया है.
Read More :
Read Comments