नाबालिग लड़की पर यौन हमले के आरोपी आसाराम पर जोधपुर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस उनसे लगातार पूछताछ कर रही है. खबर है कि आज दोपहर बाद आसाराम को जिला अदालत में पेश किया जाएगा. आसाराम की एक दिन की पुलिस रिमांड आज खत्म हो रही है. माना जा रहा है कि पुलिस आसाराम की पुलिस रिमांड एक दिन और बढ़ाने के लिए कोर्ट से अपील करेगी.
गौरतलब है कि शनिवार रात को इंदौर के आश्रम से आसाराम को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. रविवार सुबह आसाराम को विमान में इंदौर से दिल्ली के रास्ते जोधपुर लाया गया. दिल्ली हवाई अड्डे पर आसाराम बापू के समर्थकों ने गिरफ्तारी का विरोध किया था.
आरोप साबित हुआ तो 10 साल की सजा
अगर आसाराम बापू पर आरोप साबित हो जाता है तो उन्हें कम से कम दस साल के कठोर कारावास की सजा हो सकती है.
ऐसा दिल्ली सामूहिक दुष्कर्म कांड के बाद महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए कानून को सख्त करने वाला क्रिमिनल लॉ (संशोधन) अधिनियम 2013 कहता है. इस कानून में संशोधित की गई दुष्कर्म संबंधी भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 376 [2](आई) कहती है कि 16 वर्ष से कम उम्र की लड़की से दुष्कर्म के दोषी को कम से कम दस वर्ष के कारावास की सजा होगी, जो बढ़कर उम्रकैद तक हो सकती है. नाबालिग लड़की के यौन उत्पीड़न के आरोप में अब आसाराम को इसी सख्त कानून का सामना करना होगा.
क्या आसाराम नपुंसक हैं?
इस बीच अपने आप को फंसता देख आसाराम बाबू ने कानून से बचने के लिए तमाम तरह के तरीकों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. पुछताछ में उन्होंने रविवार को जांच अधिकारियों से कहा कि वह नपुंसक हैं. इसका यह अर्थ निकलता है कि वह इस तरह का अपराध करने में असमर्थ हैं. लेकिन उनके इस ढोंग की पोल तब खुल गई जब जांच आधिकारियों ने उनका ‘पोटेंसी टेस्ट’ (मर्दानगी जांच) किया जिसमे वह पॉजिटिव पाए गए.
हिरासत में आसारम के समर्थक
इस मुद्दे पर जिस तरह से भारतीय मीडिया सक्रिय दिखाई दे रही है उसको लेकर आसाराम और उसके समर्थकों में जबर्दस्त खीज है. समर्थकों का गुस्सा मीडियाकर्मियों पर उस समय फूटा जब वह छानबीन के लिए जोधपुर आश्रम पहुंचे. फिलहाल टीवी पत्रकारों पर हुए हमले के आरोपों में आसाराम के छह समर्थकों को हिरासत मे लिया गया है.
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