खबरों के जरिए अकसर हम सुनते हैं कि फलां नौकर ने सम्पत्ति के लिए अपने मालिक की हत्या कर दी और फरार हो गया…..
नौकर द्वारा किया गए इस क्रूर कृत्य पर हम पुलिस और प्रशासन को दोष देते हैं, वहीं जब एक मालिक द्वारा नौकर का उत्पीड़न किया जाता है तो वहां हम चुप्पी साध लेते हैं.
दिल्ली समेत पूरे देश में नौकरों के साथ बदसलूकी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामले में बीएसपी सांसद धनंजय सिंह की पत्नी जागृति सिंह पर अपने घर में काम करने वाली महिला की पीट-पीटकर हत्या करने का आरोप लगा है.
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घटना नई दिल्ली के साउथ एवेन्यू स्थित सांसद के सरकारी आवास की है. दीपावली के दिन जागृति की पिटाई से घायल घरेलू सहायिका को समय रहते अस्पताल नहीं पहुंचाया गया जिसके चलते गत सोमवार को उसकी मौत हो गई. मौत का सही करण जानने के लिए पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और साथ ही आरोपी जागृति सिंह को गिरफ्तार उससे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को सबूतों को नष्ट करने जैसे आरोप में गिरफ्तार कर लिया है.
नौकरों के साथ बदसलूखी अन्य मामले
रिटायर्ड आईएएस भी करता था उत्पीड़न
इसी महीने रिटायर्ड आईएएस के घर से पुलिस ने बंधक बनाकर रखे गए नौकर को मुक्त कराया था. नौकर के भाई ने नोयडा के 49 सेक्टर के पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया था. भाई की शिकायत पर पुलिस ने सेवानिवृत्त आईएएस के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला दर्ज किया है. मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने नौकर की मेडिकल जांच कराई. मेडिकल रिपोर्ट में शरीर पर सात जगह चोट की बात सामने आई है.
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एयरहोस्टेस की करतूत
पिछले महीने नेताजी नगर में पेशे से एक महिला एयरहोस्टेस ने अपने घर में 12 साल की बच्ची को कैद करके रखा था और ऑस्ट्रेलिया चली गई, बाद में पड़ोसियों ने उसे घर से निकाला. गौरतलब है कि एयरहोस्टेस ने दो साल पहले मणिपुर की 11 साल की लड़की को बतौर घरेलू नौकरानी काम पर रखा था. नौकरानी का कहना था कि मालकिन जब भी टूर पर जाती थी तो वो घर पर ही बंद रहती थी. फिलहाल एयरहोस्टेस पर मामला अभी चल रहा है.
पेशाब पीने के लिए किया मजबूर
पिछले महीने वसंत कुंज के एक घर में अपनी मालकिन के हाथों कथित रूप से यातनाओं की शिकार एक लड़की ने अपने बयान में मजिस्ट्रेट को बताया कि गिरफ्तार की गई मालकिन वंदना धीर ने उसे बहुत यातनाएं देती थी. एक बार उसे पेशाब पीने को कथित रूप से मजबूर किया गया और अर्धनग्न हालत में घर में बंधक बनाया गया. पीड़िता ने यह आरोप भी लगाया कि वंदना से बहुत पीटती थी.
पर्याप्त भोजन भी नहीं देते थे
अक्टूबर महीने में ही श्रम विभाग और पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाकर अंबाला के एक पॉश इलाके में एक घर में घरेलू सहायिका के तौर पर काम करने वाली एक नाबालिग लड़की को बचाया था. नाबालिग लड़की के मुताबित घर का मालिक जब भी अपने परिवार के साथ कहीं जाता था तो वह लड़की को घर के पीछे के गलियारे में अकेले छोड़ जाता था और उसे कथित रूप से पर्याप्त भोजन भी नहीं दिया जाता था जिसके कारण लड़की का रंग पीला पड़ गया और वह कमजोर हो गई थी.
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