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अब ‘आप’ पर भी भ्रष्टाचार की छाप

भारत में बहुदलीय व्यवस्था है जिसका मतलब है कि कोई भी व्यक्ति या व्यक्तियों का समूह अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव के मैदान में कूद सकता है. इसलिए यहां जब भी कोई नई पार्टी बनती है तो उसके साथ लाखों लोगों की उम्मीदें भी जुड़ी हुई होती है जैसे आम आदमी पार्टी.


aam aadmi partyपिछले साल नवंबर में अरविंद केजरीवाल ने जब गांधीवादी अन्ना हजारे से अलग होकर अपनी नई पार्टी (आम आदमी पार्टी) की नीव रखी थी, तब उनका यही तर्क था कि वह भारतीय राजनीति और व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार और कुशासन को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए आए है, लेकिन किसी ने कहा है कि भारतीय राजनीति भ्रष्ट लोगों का गढ़ है इसमें शामिल होने वाला कोई व्यक्ति या पार्टी आखिरकार भ्रष्ट हो ही जाता है !  शायद यही हाल आज आम आदमी पार्टी की भी है.


समाज की सोई हुई भावना को हंसाकर जगाया


उम्मीद और ईमानदारी की नींव पर खड़ी आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों के खिलाफ एक स्टिंग ऑपरेशन में अवैध चंदे की उगाही का आरोप लगा है. यह आरोप शाजिया इल्मी और कुमार विश्वास जैसे बड़े नेताओं पर लगे हैं.


गौरतलब है कि मीडिया सरकार वेबसाइट (जिम्होंने इस स्टिंग ऑपरेशन को अंजाम दिया) के एक स्टिंग ऑपरेशन में पार्टी के उम्मीदवारों पर चुनावी खर्च के लिए बेनामी धन लेने पर रजामंदी जताने, अवैध संपत्ति विवादों में मदद के वादे जैसे आरोप लगाए गए हैं. वेबसाइट के खुफिया कैमरे में दिल्ली विधानसभा चुनाव में आरके पुरम से उम्मीदवार शाजिया इल्मी, कोंडली से पार्टी प्रत्याशी मनोज कुमार, संगम विहार से प्रत्याशी दिनेश मोहनिया समेत नौ उम्मीदवारों को कैद किया गया है. इसमें कुमार विश्वास भी शामिल हैं. स्टिंग में आप के नेता कुमार विश्वास अपने प्रोग्राम के लिए किसी से भी कैश लेने की बात कह रहे हैं. ऑपरेशन लोकपाल नाम के इस स्टिंग में कुमार विश्वास को अपने कविता के शो के लिए बिना पूछताछ के नगद 50 हजार रुपये स्वीकारते दिखाया गया है. हालांकि विश्वास ने भ्रष्टाचार के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि अपने शो के लिए वह धन लेते भी हैं और आयकर भी देते हैं. इस स्टिंग में शाजिया को कैश में चंदा लेने की बात कहते हुए भी दिखाया गया है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि शाजिया 10 लाख चेक और 15 लाख कैश में लेने को तैयार हैं.


तथ्यात्मक गलतियों और लच्छेदार भाषण से बदलाव की उम्मीद ?


उधर स्टिंग ऑपरेशन में अपने नेताओं के फंसने के बाद अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को वरिष्ठ नेताओं की आपात बैठक बुलाई थी. केजरीवाल ने स्टिंग ऑपरेशन को अपनी पार्टी के खिलाफ एक साजिश करार दिया लेकिन यह भी कहा कि वह भ्रष्टाचार पर कोई समझौता नहीं करेंगे. दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी. स्टिंग ऑपरेशन मसले पर आप के नेता योगेंद्र यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमने मीडिया सरकार डॉट कॉम से चिट्ठी लिखकर रॉ टेप की मांग की लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया. इस बीच विरोधी पार्टी कांग्रेस और भाजपा इस मुद्दे पर हावी दिखी. उन्होंने चुनावी महौल को देखते हुए आप के नेताओं को घेरना शुरु कर दिया है.


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