क्या होता है एक क्षण में लगता है कि हम सारी दुनिया से अलग थलग पड़ गए. अगर आप भी इसी श्रेणी के व्यक्ति हैं तो जल्द ही आपको मुफ्त डाटा खत्म की समस्या से निजात मिल सकती है. कुछ दिनों बाद आप अपने मुहल्ले के चायवाले की दुकान पर बैठ न सिर्फ चाय का मजा लेंगे बल्कि हाई स्पीड इंटरनेट का भी आनंद उठा पाएंगे वो भी लगभग मुफ्त में. ‘मुफ्त इंटरनेट’ नाम के एक गैर सरकारी संगठन की योजना है कि 2016 तक भारत में वाई-फाई के जरिये चाय की दुकानों और अन्य सार्वजनिक जगहों पर फ्री इंटरनेट मुहैया कराई जाए.
इस एनजीओ ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि, ”हमने एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिससे भारत में 2016 तक चाय स्टॉल्स पर वाई-फाई के जरिए फ्री इंटरनेट का लाभ उठाया जा सकता है.” एनजीओ की योजना के अनुसार लगभग 500 रुपए चुकाकर 50 लोग एक महीने तक इंटरनेट यूज कर सकते हैं. इस हिसाब से प्रति व्यक्ति पूरे महीने का इंटरनेट खर्च सिर्फ 10 रुपए होगा जो की बेहद मामूली रकम है. एनजीओ ‘मुफ्त इंटरनेट’ चाय की स्टॉल्स, कैफे, स्कूलों, हॉस्पिटल, क्लीनिक, रेलवे स्टेशन और दूसरी सार्वजनिक जगहों पर अपने इंटरनेट एक्सेज पॉइंट स्थापित करना चाहती है.
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इस संस्था ने बताया कि ‘मुफ्त इंटरनेट’ देश भर में फ्री इंटरनेट मुहैया कराने के लिए सरकारी एजेंसियों, इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और निवेशकों के साथ बातचीत और काम कर रही है. संस्था के सह-संयोजक विपुल पटेल ने बताया कि, ”इंटरनेट यूज करने के लिए किसी तरह का कोई सब्सक्रिप्शन शुल्क या डेटा शुल्क नहीं लगेगा. आप पूरी तरह से फ्री इंटरनेट यूज कर पाएंगे, आपको सिर्फ एक वाई-फाई अकाउंट क्रिएट करना होगा और फिर आप जहां चाहें वहां इंटरनेट यूज कर पाएंगे.”
इस अभियान के तहत इस एनजीओ द्वारा हाल ही में अपनी पहली डिवाइस मुफ्त वाई-फाई हॉट स्पॉट लॉन्च किया गया था. इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर मुंबई के एक छोटे से फूड स्टॉल और विरार के एक हॉस्पिटल के वेटिंग रूम से शुरु किया गया है.
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अभी भी भारत में 85 प्रतिशत लोगों की इंटरनेट तक पहुंच नहीं है. 130 करोड़ की जनसंख्या वाले इस देश में करीब 1 अरब लोगों ने आज तक कभी इंटरनेट का प्रयोग नहीं किया है. इस एनजीओ का मानना है कि फ्री इंटरनेट मानवाधिकार होना चाहिए और ‘मुफ्त इंटरनेट एनजीओ’ इस डिजिटल असमानता खत्म करने के लिए काम कर रही है. Next…
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