भारत में एक मुहावरा काफी प्रचलित है, ‘हाथी के दांत दिखाने के और, खाने के और’. यानी कि जो दिखता है जरूरी नहीं वही ठीक हो, कुछ ऐसे ही असमंजस में पड़ गए हैं योगगुरु बाबा रामदेव. भारत ही नहीं विदेशों में भी अपनी पतंजलि दवाओं को बेचने वाले रामदेव बाबा को उनकी ही एक दवाई के चक्कर में सोशल मीडिया पर लपेटा जा रहा है.
हाल ही में बाबा रामदेव के पतंजलि सेवा की दवा ‘दिव्य पुत्रजीवक बीज’ की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई है. इस तस्वीर को देखकर यह साबित होता है कि यदि कोई व्यक्ति इस दवा का सेवन करेगा तो उसे संतान के रूप में पुत्र की प्राप्ति होगी. लेकिन असलियत तो कुछ और ही है.
दरअसल यह दवा सालों से पतंजलि संस्था द्वारा नपुंसकता का इलाज करने के लिए प्रदान की जा रही है. इस दवा का मूल्य मात्र 35 रुपये है और इस दवा के पैकेट पर ऐसा कुछ नहीं लिखा है कि इसे खाने से पुत्र की प्राप्ति होगी लेकिन इस दवा का नाम ही लोगों में सनसनी मचाने के लिए काफी है.
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एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत में बेटियां बचाने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं, जगह-जगह सभाएं कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भारत की बड़ी आबादी में छाए योग गुरु बाबा रामदेव लोगों को बेटा पैदा करने का संदेश दे रहे हैं. इस तस्वीर के सोशल मीडिया पर फैलने के बाद बाबा रामदेव से अनगिनत सवाल किये गए.
साथ ही बाबा की पतंजलि संस्था से भी जवाब मांगा जिस पर उन्होंने कहा कि, सालों से संस्था की इस दवा को अनगिनत ग्राहक खरीदते आए हैं. उन ग्राहकों में से यदि किसी को इस दवा के जरिये पुत्र की प्राप्ति हो जाती है तो वो अन्य लोगों को पुत्र पाने के लिए इसी दवा का सेवन करने की सलाह देते हैं.
संस्था ने बताया कि इस दवा की सबसे ज्यादा सप्लाई देश के हरियाणा क्षेत्र में होती है जहां इस समय काफी जोर-शोर से प्रधानमंत्री का ‘बेटी बचाओ आंदोलन’ चल रहा है. क्योंकि भारत में हरियाणा ही एक ऐसा राज्य है जहां लिंग अनुपात की समस्या अपनी चरम सीमा पर है.
अब संस्था की इस गवाही में कितनी सच्चाई है यह तो कार्यवाही होने के बाद ही पता चलेगा. लेकिन यदि सच में यह दवा केवल पुत्र ही पैदा करने में मदद करती है, तो हमें हैरानी होगी कि जिस बाबा रामदेव को भारत में करोड़ों लोग गुरु का दर्जा देते हैं, अनगिनत महिलाएं उनके चरणों को पवित्र मानती हैं, वही बाबा रामदेव नारी जाति के हक में नहीं बल्कि विरोध में ऐसे काम करते हुए दिख रहे हैं. Next….
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