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इस हालत में है बिहार में नकल की तस्वीर खींचने वाला फोटोग्राफर

क्या आप जानते हैं कि बिहार के एक स्कूल में हो रहे सामूहिक नकल कि वह तस्वीर जिसने देश को झकझोर दिया वह किसने खींची थी. विश्वभर की मीडिया का ध्यान खींचने वाली इस तस्वीर को क्लिक करने वाला पत्रकार अभी भी गुमनामी की जिंदगी जी रहा है. किसी भी मीडिया संस्थान ने यह जानने की कोशिश नहीं की कि इस तस्वीर को कैमरे में क्लिक करने वाला शख्स कौन हैं.


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इस फोटो को क्लिक करने वाले का नाम राजेश कुमार है. राजेश बिहार के वैशाली जिले में एक हिंदी समाचारपत्र के क्षेत्रीय पत्रकार हैं जो जिले के सहदेई-देसरी ब्लॉक को कवर करते हैं. उनकी इस तस्वीर में एक स्कूल की इमारत दिख रही है जिसपर प्लास्टर नहीं है. वैशाली के महनार में स्थित इस स्कूल में दसवीं की परीक्षा चल रही है और इस कई मंजिला इमारत पर चढ़े लोग भीतर परीक्षा दे रहे छात्रों को नकल सामग्री पहुंचाने के लिए अपनी जान पर खेलने के लिए तैयार हैं. ये लोग परीक्षार्थियों के सगे-संबंधी हैं.


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इस तस्वीर ने बिहार सरकार को नींद से जगा दिया. पटना हाईकोर्ट ने बिहार पुलिस को राज्य में नकल को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है. इस फोटो के चर्चित हो जाने के बाद राज्य के 1,217 परीक्षा केंद्रों से 1000 से ऊपर लोगों को हिरासत में लिया गया है.


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एक अंग्रेजी अखबार को दिए टेलीफोनिक इंटरव्यू में राजेश कुमार ने बताया कि “मेरा फोटो वायरल हो गया पर मुझे गुमनामी में ढ़केल दिया गया है.” राजेश इस बात से अंजान हैं कि उनके इस फोटो ने किस तरह अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान खींंचा है. “मैने यह फोटो हाजीपुर में स्थित अपने ब्यूरो ऑफिस में भेज दी जो कि अगले दिन क्षेत्रीय समाचारपत्र में प्रकाशित हुई थी. लेकिन इसके बाद मैने देखा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया मेरे इस फोटो को विभिन्न एजेंसियां साभार के साथ प्रकाशित कर रही हैं.”


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यह पूछे जाने पर कि अपनी फोटो को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ख्याती प्राप्त अखबार में छपा देख कैसा महसूस होता है, राजेश कहते हैं कि, “मैं क्या कह सकता हूं…मैं एक मामूली सा ब्लॉक स्तर का पत्रकार  हूं…मैं क्या कर सकता हूं, मैं खुद को गुमनाम सा महसूस करता हूं. लेकिन मुझे इस बात की खुशी है कि मेरी इस तस्वीर के कारण सरकार को कार्यवाही करने के लिए मजबूर होना पड़ा.”

राजेश बताते हैं कि इस तस्वीर के प्रकाशित होने के बाद उनकी कई लोगों से दुश्मनी भी हो गई है. “मैं गांव में रहता हूं, अब लोग मेरे हाथों में कैमरा देखकर गुस्सा हो जाते हैं कई बार तो वे मुझे दौड़ा लेते हैं.” Next…


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