भूकंप से हुई नेपाल में भयंकर तबाही के बीच यह एक ऐसी खबर है जो आपके चेहरे पर थोड़ी मुस्कान ला सकती है. यह खबर है दो प्रेमी जोड़ों की शादी की. यूं दुनिया में रोज लाखों शादियां होती हैं लेकिन यह शादी जिन परिस्थितियों में हुई, उसने इसे बेहद खास बना दिया.
अमिता और नरेंद्र एक दूसरे से प्यार करते थे और इन दोनों ने 29 अप्रैल को शादी करने का फैसला किया था. जैसे-जैसे शादी का दिन नजदीक आ रहा था् दोनों की दिल की धड़कने बढ़ रही थी. दोनों को इंतजार था तो बस 29 अप्रैल का जब वे शादी के बंधन में बंध जाएंगे, उम्र भर के लिए. लेकिन 29 अप्रैल से पहले आया 25 अप्रैल का वह भयावह दिन जब भूकंप के झटकों ने सारे नेपाल में तबाही मचा दी. इस तबाही का असर अमिता और नरेंद्र के घर पर भी पड़ा.
Read: बाप रे! इस शादी में मेहमानों की जहां गई नजरे वहां मिले सोने और हीरे
नरेंद्र के मुताबिक उसे एक पल तो ऐसा लगा कि उसका सबकुछ तबाह हो गया, पर उसने हिम्मत नहीं हारी. खुद को संभालने के तुरंत बाद वह अमिता के घर पहुंचा और उसके परिवारवालों को मलबे से बाहर निकालाने लगा. अमिता मलबे में फंसी हुई थी. वह मलबे से सुरक्षित बाहर तो आ गई लेकिन इस घटना में वह काफी जख्मी हो गई थी. जख्म सिर्फ शरीर पर ही नहीं थे, अपने चारों तरफ तबाही का यह मंजर देखकर अपना संतुलन बनाए रखना बड़ी बात थी. इस जोड़े ने एक दूसरे को संभाला और तय किया कि वे शादी तय तारीख, यानी 29 अप्रैल को ही करेंगे.
Read: यहां अपने भाई के लिए दुल्हा बनकर बहन करती है दुल्हन से शादी
कुदरत ने उन दोनों को एक और मौका दिया था जिसे वे गंवाना नहीं चाहते थे. दोनों ने तय तिथि यानी 29 अप्रैल को ही पशुपतिनाथ मंदिर में शादी की. अमिता ने बताया कि शादी में बाराती के तौर पर 36 लोग शामिल हुए जो 18 मोटरसाइकिलों पर सवार होकर आए. चूंकि भूकंप से घर तबाह हो गया था तो शादी की पहली रात उन्होंने राहत शिविर में ही गुजारी. यह जोड़ा अपनी शादी को लेकर बेहद सकारात्मक है और जिंदगी की चुनौतियों का सामना करने को तैयार है. Next…
Read more:
Read Comments