महाराष्ट्र के डहाणू शहर में यह विचित्र बच्ची पैदा हुई है. पंद्रह दिन की इस नवजात को मां-बाप ने पैदा होते ही छोड़ दिया जिसके बाद इसके दादा द्वारा इसकी देखभाल की जा रही है. लड़की के दादा बकरी का दूध पिलाकर इसका पालन-पोषण कर रहे हैं. समयपूर्व जन्मी इस बच्ची कुछ ऐसे लक्षणों के साथ पैदा हुई है जो बेहद असामान्य है.
डॉक्टरों के अनुसार यह बच्ची ममता डोडे नाम की 25 साल की महिला के गर्भ से पैदा हुई. डहाणू के सैवान प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में जन्मी इस लड़की का वजन पैदा होने के समय सिर्फ 800 ग्राम था. यह बच्ची 30 मई को पैदा हुई थी. प्राथमिक चिकित्सा अधिकारी डॉ. एस. ए. राठौड़ का कहना है कि, “लड़की का वजन केवल 800 ग्राम है, हमने इसके परिवार से कहा कि इसे टर्टरी केयर सेंटर में दिखाएं.”
त
यह लड़की गर्भघारण के 7वें महीने में पैदा हुई थी. इसके पिता मजदूर हैं. बच्ची को वापी के हरिया अस्पताल में भी दिखाया गया. वहां डॉक्टरों ने बताया कि यह लड़की जीवित रह सकती है लेकिन अपने विकारों के कारण इसकी हृदयगति सामान्य नहीं रहेगी.
बच्ची के दादा इसकी देखभाल में कोई कमी नहीं रखना चाह रहे हैं. वहीं इस खबर के फैल जाने के बाद क्षेत्र के लोग इस विचित्र लड़की को देखने के लिए आ रहे हैं. इस बच्ची की खबर मीडिया में आने के बाद कुछ संस्थाएं इसकी मदद के लिए आगे आईं हैं. अब इस बच्ची का उपचार वाडिया अस्पताल में हो रहा है.
Read: चमत्कार! जिस नवजात को मरा जान दफन कर दिया गया वह जिंदा लौटी…लेकिन कैसे?
विसंगति के कारण जन्म के समय विकास में बाधा आती है.” डॉ बोधनवाला का कहना है कि अभी किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी. हम बच्ची के इलाज संबंधी किसी भी नतीजे पर पहुंचने से पहले पूरी जांच कर लेना चाहते हैं. Next…
Read more:
Read Comments