अकसर देखा गया है कि पत्नी को अपने पति के रुतबे और वैभव पर गुमान होता है. उनके शानोशौकत पर इतराने का पूरा हक होता है. ऐसा ही कुछ उत्तर प्रदेश के एडीजी (एसआईटी) महेंद्र मोदी की पत्नी का भी हाल है. एडीजी साहब यानी महेंद्र मोदी की पत्नी ने अपने पति के वर्दी वाले कैप के साथ ऑफिस की कुर्सी पर बैठकर फोटो क्या खिंचवाया बवाल मच गया. पत्नी द्वारा इस तरह से फोटो खिंचवाना महेंद्र मोदी के लिए परेशानियों और आलोचनाओं का सबब बना.
महेंद्र मोदी की आधिकारिक कुर्सी पर बैठी उनकी पत्नी की यह तस्वीर सोशल मीडिया पर आते ही आलोचनाओं का अंबार लग गया. जानकारों का कहना है कि वर्दी और प्रशासनिक कुर्सी का अपना महत्व है. इसे मजाक नहीं समझाना या बनाना चाहिए.
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ऐसा नहीं है कि केवल इसी तस्वीर पर बवाल मचा है बल्कि इससे भी पहले एक अन्य तस्वीर में आईपीएस की पत्नी उनके साथ खड़े होकर परेड की सलामी ले रही हैं. इस तस्वीर पर पुलिस विभाग के आला अफसरों ने भी तीखी टिप्पणी की है. महेंद्र मोदी इस समय एसआईटी के एडीजी हैं.
महेंद्र मोदी ने इस पुरे विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि “उनकी पत्नी ने कोई सलामी नहीं ली”. जब उनसे पूछा गया कि आपकी यूनिफॉर्म की कैप आपकी पत्नी कैसे लगा सकती हैं तो उन्होंने कहा कि “घर में टोपी रखी होगी, तो पहनकर फोटो क्लिक कर ली होगी. इसमें कोई बुराई नहीं है.”
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महेंद्र मोदी अपने विवादों के कारण पहले भी चर्चा में रहा चुके हैं. इस घटना से पहले महेंद्र मोदी पर अपनी पहली पत्नी की हत्या का आरोप लग चुका है लेकिन बाद में अदालत ने उन्हें आरोप मुक्त कर दिया. इस मसले पर पूर्व डीजीपी बृजलाल ने कहा कि “सरकारी कुर्सी का तमाशा नहीं बनाया जा सकता. उन्होंने आगे कहा कि अफसरों के अलावा कोई भी दूसरा उस कुर्सी पर नहीं बैठ सकता और न ही टोपी लगा सकता है. मैं पूर्व डीजीपी होकर भी ऐसा नहीं कर सकता.”Next…
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