सभी को अहिंसा का पाठ पढ़ाने वाले महात्मा गांधी जब खुद ही हिंसा के शिकार हो जाए तो ऐसी घटना को सदी की सबसे दुर्भाग्यशाली घटना माना जाना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगा. कुछ ऐसा ही हुआ जयपुर के कस्बे दूदू के मौजमांबाद में. महात्मा गांधी की मूर्ति पर कालिख पोत कर आतंकी संगठन आईएसआईएस जिंदाबाद के नारे लिखने का मामला सामने आया है. मूर्ति के दूसरी ओर पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी आईएसआई का नाम भी लिखा हुआ था. इसके साथ ही मूर्ति पर 26 जनवरी को हमला करने की भी धमकी लिखी हुई थी. गांधी जी की मूर्ति पर लिखा हुआ था कि 26 जनवरी को तबाही का मंजर देखने को मिलेगा.
महात्मा गांधी: कभी बोलते समय गांधी जी की टांगें कांप गई थीं
मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस को तुरंत सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को संभाला. बाजार के लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा है, उन्होंने इसके विरोध में पूरा बाजार बंद करवा दिया. घटना की जानकारी बड़े स्तर पर पहुंचने के बाद जयपुर से जिला कलेक्टर और एफएसएल टीम सहित कई बड़े प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए. घटना को लेकर हल्का पटवारी हरि प्रसाद जांगिड़ ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है. पुलिस का कहना है कि उसने मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि इसके पीछे किसका हाथ है. 67वें गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐसी शर्मनाक घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है.
अंधेरे से क्यों डरते थे महात्मा गांधी ?
क्योंकि पूरी दुनिया में आईएस की हिसंक गतिविधियां दिनों-दिन बढ़ती जा रही है. साथ ही गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्रांस के राष्ट्रपति अतिथि के रूप में समारोह में शामिल होने वाले हैं. ऐसे में पुलिस और खुफिया एंजेसियां काफी चौकसी बरत रही हैं. जयपुर में हुई इस घटना को अंजाम देने के लिए देश भर से आईएस समूह से किसी भी तरह से जुड़े हुए 12 लोगों को शक के आधार पर हिरासत में लिया गया है. सीसीटीवी फुटेज में कुछ लोगों को चेहरे पर मफलर लगाकर मूर्ति के आसपास काफी देर तक घूमते हुए देखा गया है…Next
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