‘जाकों रखें साईयां मार सके ना कोई.’ आपने ये कहावत तो सुनी ही होगी. माना जाता है कि दुनिया में हर कोई किस्मत लेकर जन्म लेता है. उसी किस्मत के भरोसे वो दुनिया में अपनी मेहनत से अपनी कहानी लिखता है लेकिन कुछ बच्चे ऐसे होते हैं जिनका जन्म ही एक कहानी बन जाता है.
ऐसा ही एक नवजात के साथ भी हुआ. मामला भोपाल, चंबल शेओपुर जिले का है, जहां एक बच्चा जन्म लेते ही टॉयलेट में फ्लश हो गया. 28 वर्षीय पपीता गुर्जर का डिलिवरी का समय आ चुका था, नौ महीने हो चुके थे. वह सुबह शौच के लिए गई थी और पेट में तेज दर्द की शिकायत कर रही थी. महिला का पति घनश्याम उसे अस्पताल ले गया तो डॉक्टरों ने पाया कि उसका गर्भ खाली था.
डॉक्टर अशोक खरे ने बताया, ‘यह सुनकर मैंने तुरंत महिला के घर ऐंबुलेंस भेजी. जब ऐंबुलेंस का ड्राइवर टॉइलट में घुसा तो उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. उसने सीवेज टैंक खोला तो बच्चा उसमें तैर रहा था और जिंदा था. वो बड़ी मुश्किल से सांस ले पा रहा था.
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बच्चे को आनन-फानन में टैंक से निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया. वहां मां-बच्चे दोनों की जांच की गई. जहां पर दोनों सुरक्षित पाए गए. दूसरी तरफ स्थानीय पुलिस का कहना है कि जिले में स्त्री लिंग अनुपात बेहद कम है और बीते दिनों भ्रूण हत्या और नवजात शिशुओं को छोड़ने की घटना बढ़ती जा रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए पुलिस मामले की जांच कर रही है…Next
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