योग गुरू बाबा रामदेव को अपनी कंपनी पतंजलि आयुर्वेद को लेकर एक बार फिर से झटका लगा है. दरअसल रामदेव को दिल्ली हाई कोर्ट ने भी करारा झटका दिया है. कोर्ट ने रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद को टीवी पर साबुन का विज्ञापन नहीं दिखाने का आदेश दिया है. ऐसा इसलिए है क्योंकि डिटॉल बनाने वाली कंपनी रेकिट बेनकीजर ने एक याचिका दायर की थी जिसपर ये फैसला आया है. डिटॉल ने आरोप लगाएं हैं कि, रामदेव उनकी कंपनी का नाम खराब कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला ?
पतंजलि के विज्ञापन में लक्स, पेयर्स, लाइफबॉय और डव का नाम लेकर अप्रत्यक्ष तरीके से उपभोक्ताओं को कहा है कि, केमिकल बेस्ड साबुनों का प्रयोग न करें और प्राकृतिक अपनाएं. पतंजलि का यह विज्ञापन 2 सितंबर से प्रसारित किया जा रहा है. इसी को लेकर हिंदुस्तान यूनिलीवर ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. रेकिट बेनकीजर ने याचिका में कहा है कि पतंजलि के विज्ञापन में जो साबुन दिखाया गया है वो शेप, साइज और कलर में डिटॉल साबुन जैसा है. पतंजलि उनकी कंपनी का नाम खराब कर रही है, विज्ञापन में डिटॉल को ढिटॉल बताने के अलावा एचयूएल के पियर्स को टियर्स, लाइफबॉय को लाइफजॉय बताया जा रहा था.
अगली सुनवाई तक विज्ञापन पर रोक लगाई
हाईकोर्ट ने पतंजलि आयुर्वेद को निर्देश दिया है कि अगली सुनवाई तक विज्ञापन पर रोक लगाई जाए. इस मामले में अगली सुनवाई 18 सितंबर को होगी. आपको बता दें कि अभी तक पतंजलि आयुर्वेद की ओर से कोई भी बयान जारी नहीं हुआ है. टॉयलेट सोप के 15 हजार करोड़ के बाजार पर HUL का आधा कब्जा है…Next
Read More:
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने बनाए अचार, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
5 दिनों तक भूखे पेट फुटपाथ पर सोता रहा एसपीजी कमांडो, सोनिया गांधी की सिक्योरिटी टीम में था तैनात
राम रहीम की सब्जी मंडी: भक्तों को बेचता था 5000 में एक पपीता और 1000 रुपये में एक मिर्च
Read Comments