योगी आदित्यनाथ की 36,000 करोड़ रुपये की कर्ज माफी स्कीम ने वैसे तो कई किसानों के चेहरे पर खुशी लाई होगी और सरकार भी इसका विज्ञापन खुब जोर-जोर से कर रही है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता में आते ही छोटे और मंझोले किसानों का एक लाख रुपये तक का लोन माफ करने का ऐलान किया था. लेकिन असली सच्चाई तो कुछ और ही कहती है, क्योंकि किसी का डेढ़ रूपये, तो किसी का 6 रुपये कर्ज ही माफ किया गया है.
10 रुपए, 38 रुपए हुए हैं कर्जमाफ!
कर्जमाफी की खबर सुनकर यूपी का छोटा किसान बेहद खुश हुआ था, किसानों को उम्मीद थी कि उनके कंधो पर से भारीभरकम कर्ज का बोझ उतर जाएगा. लेकिन जब उनको कर्जमाफी के प्रमाण पत्र दिए गए तो उन्हें भी यकीन नहीं हो रहा था कि ये पत्र उन्हें दिए ही क्यों जा रहे हैं. कुछ प्रमाण पत्रों में देखा गया है कि मात्र 10 रुपए, 38 रुपए और 4 हजार रुपए ही माफ हुए है.
ये कैसी कर्जमाफी
किसानों ने बताया कि उनपर कर्ज तो काफी ज्यादा था, लेकिन किसी के एक रुपये, किसी के 1 रुपये 80 पैसे, किसी के 1 रुपये 50 पैसे और किसी के 18 रुपये माफ किए गए हैं. इटावा की बात करे तो 9,527 किसानों के 58 करोड़ 29 लाख रुपये कर्ज माफी के चेक बंटे हैं. लेकिन जिन किसानों के एक रुपये, 18 रुपये या डेढ़ रुपये माफ हुए हैं उनका कहना है कि सरकार ने उनके साथ धोखा किया है.
क्या कहना है सरकार के मंत्री का
कई जगहों पर ऐसे मामले देखने को मिल रहे हैं, जिसमें कर्जमाफी के सर्टिफिकेट को देखकर किसानों के होश उड़े हुए हैं. दिक्कत ये कि सरकार का एक मंत्री कह रहा है कि तकनीकी चूक है, तो दूसरा मंत्री कह रहा है कि सब ठीक है और जितने का सर्टिफिकेट मिला है, वो दरअसल वह रकम है, जो किसानों के कर्ज चुकाने के दौरान बाकी रह गई…Next
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