अभिनेता अनुपम खेर को सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधीन आने वाले पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। इससे पहले गजेंद्र चौहान FTII के चेयरमैन थे। हालांकि, गजेंद्र की नियुक्ति काफी विवादित रही थी। गजेंद्र चौहान ने अनुपम खेर को चेयरमैन बनाए जाने पर खुशी व्यक्त की है। अनुपम सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। अनुपम से पहले श्याम बेनेगल, अदूर गोपालाकृष्णन, सईद मिर्जा, महेश भट्ट, मृणाल सेन, विनोद खन्ना और गिरीश कर्नाड जैसे कलाकार व फिल्मकार FTII के अध्यक्ष रह चुके हैं।
500 से अधिक फिल्मों में अभिनय
अनुपम खेर अब तक 500 से अधिक फिल्मों में काम कर चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने कई प्ले भी किया है। वे बेंड इट लाइक बेकहम, लस्ट, कॉशन और सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक जैसी अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी अभिनय कर चुके हैं। इनमें सिल्वर लाइनिंग्स प्लेबुक फिल्म को 2013 में ऑस्कर मिला था। अनुपम को 2004 में पद्मश्री और 2016 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
कई चर्चित चेहरों ने की है पढ़ाई
पुणे स्थित फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट एक ऐसा संस्थान है, जहां से बॉलीवुड के कई बड़े सितारों ने पढ़ाई की है। इनमें नसीरुद्दीन शाह, जया बच्चन, शबाना आजमी, शत्रुघ्न सिन्हा, रजा मुराद, स्मिता पाटिल और ओम पुरी शामिल हैं।
पत्नी समेत फिल्म जगत ने जताई खुशी
अनुपम खेर के FTII के चेयरमैन बनने पर उनकी पत्नी और भाजपा सांसद किरण खेर ने खुशी जताई है। उन्होंने कहा कि मुझे अनुपम खेर पर बहुत गर्व है। वे अच्छे से इस भूमिका को निभाएंगे। मैं सरकार और मोदी जी का आभार जताती हूं। इसके अलावा सुभाष घई, मधुर भंडारकर, अशोक पंडित समेत कई डायरेक्टरों ने भी खुशी व्यक्त की है। सुभाष घई ने कहा है कि वे इस पद के लिए उपयुक्त हैं और मैं इसका स्वागत करता हूं। जो आपको गाइड करे वह अच्छा होना चाहिए। अनुपम अच्छे शिक्षक साबित होंगे। वहीं, मधुर भंडारकर ने कहा है कि वे स्टूडेंट्स को बहुत कुछ सिखाएंगे और संस्थान को नई ऊंचाई पर ले जा सकते हैं। वे इंडस्ट्री में 30-35 साल से काम कर रहे हैं। उनकी विश्वसनीयता बहुत अधिक है। लोगों को यह नहीं देखना चाहिए कि कोई किस पार्टी की तरफ झुकाव रखता है, लोगों को उसका काम देखना चाहिए।
गजेंद्र की नियुक्ति पर हुआ था विवाद
गजेंद्र चौहान जून 2015 में FTII के चेयरमैन बने थे, लेकिन छात्रों ने उनकी नियुक्ति के विरोध में हड़ताल शुरू कर दी थी। इसके बाद FTII कैंपस में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इन हड़ताली छात्रों से मुलाकात की थी और प्रतिनिधिमंडल के साथ तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलकर अविलंब हस्तक्षेप की मांग की थी। इसके बाद छात्रों के इस आंदोलन ने राजनीतिक रूप ले लिया था। हड़ताल 139 दिनों तक चली थी। छात्रों का आरोप था कि गजेंद्र चौहान की नियुक्ति राजनीतिक रूप से प्रेरित है। उनका मानना था कि चौहान पद के लिए क्वालिफाइड नहीं हैं। हालांकि, बाद में उन्होंने कार्यभार संभाल लिया था।
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