आरुषि-हेमराज हत्याकांड में इलाहाबाद हाईकोर्ट से बरी किए गए तलवार दंपति को आज (साेमवार) डासना जेल से रिहा किया जा सकता है। हालांकि, राजेश और नूपुर जेल से छूट तो जरूर जाएंगे, लेकिन जेल से उनका नाता बना रहेगा। तलवार दंपति हर 15 दिन पर डासना जेल जाते रहेंगे। खास बात ये है कि इसके लिए उन्होंने खुद हामी भरी है। दोनों अपनी मर्जी से हर 15 दिन पर डासना जेल में बंद कैदियों और बंदियों के इलाज के लिए वहां जाएंगे। आइये जानते हैं पूरा मामला।
तलवार दंपति ने दिया भरोसा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डासना जेल के एक अधिकारी का कहना है कि जेल में रहने के दौरान राजेश और नूपुर तलवार ने जेल अस्पताल में लगभग बंद हो चुके दंत चिकित्सा विभाग को फिर से खड़ा किया है। जेल के डॉक्टर सुनील त्यागी ने बताया कि तलवार दंपति की रिहाई को लेकर हम चिंतित थे कि इनके जाने के बाद हमारे दंत चिकित्सा विभाग का क्या होगा। मगर तलवार दंपति ने खुद भरोसा दिया है कि वे हर 15 दिनों पर डासना जेल आएंगे और दांत की समस्या से परेशान कैदियों-बंदिया का इलाज करेंगे।
जेल में सैकड़ों लोगों का किया इलाज
सुनील त्यागी ने कहा कि तलवार दंपति कैदियों के अलावा जेल के कर्मचारियों, पुलिस अधिकारियों और उनके बच्चों के भी दांतों का इलाज करते रहते थे। उन्होंने कहा कि राजेश और नूपुर ने डासना जेल में आने के बाद सैकड़ों मरीजों का उपचार किया। जिन मरीजों का इन्होंने उपचार किया, वे इनके उपचार से काफी खुश हैं। तलवार दंपति की रिहाई के बाद दांत से परेशान मरीजों की बड़ी संख्या को देखते हुए जेल अधिकारियों ने गाजियाबाद के एक डेंटल कॉलेज के साथ समझौता भी किया है।
निचली अदालत ने दी थी सजा
आरुषि के पिता राजेश तलवार और मां नूपुर तलवार पेशे से डेंटिस्ट हैं। दोनों ही नवंबर 2013 में निचली अदालत से आरुषि और हेमराज की हत्या में दोषी करार दिए जाने के बाद से डासना जेल में बंद थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 12 अक्टूबर को तलवार दंपति को संदेह का लाभ देते हुए मामले में बरी कर दिया था। शुक्रवार को जेल से इनकी रिहाई होनी थी, लेकिन हाईकोर्ट का आदेश जेल न पहुंच पाने के कारण दोनों की रिहाई टल गई। संभावना है कि सोमवार को दोनों डासना जेल से बाहर आ जाएंगे। गौरतलब है कि 2008 में तलवार दंपति की 14 साल की बेटी आरुषि और घरेलू सहायक हेमराज की हत्या कर दी गई थी…Next
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