दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़े हुए अभी ज्यादा वक्त नहीं बीता. 1 साल के भीतर ही मेट्रो का किराया बढ़ाए जाने से मेट्रो यात्रियों ने डीएमआरसी के इस फैसले का विरोध किया था. मेट्रो से रोजाना सफर करने वाले लोगों का कहना है कि एक तरफ जहां मेट्रो का सफर मंहगा होता जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश मेट्रो की रफ्तार थमने लगी है. आए दिन मेट्रो किसी भी स्टेशन पर खराब हो जाती है. ऐसे में किसी को भी मेट्रो पर भरोसा नहीं रहा. मेट्रो की हालत ये हो चुकी है कि 1 घंटे का सफर पूरे होने में कभी-कभी 2 घंटे तक लग जाते हैं. ऐसा ही मामला पेश आया राजधानी लखनऊ में. जहां मेट्रो के लेट होने पर एक व्यक्ति की फ्लाइट मिस हो गई, जिसकी वजह से उसे भारी हर्जाना उठाना पड़ा.
दरअसल, गौरव त्रिपाठी ने मेट्रो के अधिकारियों को 11 सितंबर को भेजे पत्र में लिखा था कि 6 सितंबर को मेट्रो की देरी के कारण उसकी फ्लाइट छूट गई थी. गौरव ने मेट्रो के खिलाफ उपभोक्ता फोरम में 3 अक्टूबर को केस किया. मेट्रो ने गौरव को पत्र लिखकर कहा कि वह मेट्रो से क्षतिपूर्ति के लिए 30 रुपये ले सकता है. साथ ही उत्तर प्रदेश मेट्रो ने साफ किया कि मेट्रो में होने वाली देरी के लिए किसी तरह का कोई हर्जाना नहीं रखा गया है. तकनीकी खराबी कभी भी हो सकती है. जिसके लिए हर किसी यात्री को भुगतान नहीं किया जा सकता.
दूसरी तरफ गौरव का कहना है कि अब वो 5 दिसंबर 2017 का इंतजार कर रहे हैं. इस दिन उपभोक्ता फोरम में उनके केस की सुनवाई है. उसने बताया कि 6 सितंबर को मेट्रो का उद्घाटन था. उद्घाटन के बाद जो दूसरी मेट्रो चली वह ट्रांसपोर्ट नगर और चारबाग के बीच लगभग 2 घंटे तक फंसी रही. जिसकी वजह से न ही मेट्रो चली और न ही उसका दरवाजा खुला. यात्री लगभग 2 घंटे तक मेट्रो में फंसे रहे. उसने बताया कि उसकी दिल्ली की फ्लाइट सुबह 8 बजे की थी. उसने चारबाग से मेट्रो पकड़ी ताकि वह अमौसी एयरपोर्ट जल्दी से पहुंच सके, लेकिन मेट्रो की खराबी ने उनका फ्लाइट के किराए समेत 5 लाख का नुकसान करवा दिया. …Next
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